हरियाणा: सिद्धू मूसेवाला की हत्या और सलमान खान को धमकी के बाद भी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का खौफ खत्म नहीं हो रहा है. लॉरेंस बिश्नोई अब हरियाणा में शराब के अवैध धंधे में कूद पड़ा है. सूत्रों की मानें तो लॉरेंस का नाम इस्तेमाल करके उसके गुर्गे इस धंधे को अंजाम दे रहे हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि लॉरेंस के आने के बाद लगातार गैंगवार हो रही है. इस कहानी के किरदार हैं इस वक्त के दो खूंखार गैंगस्टर हैं. एक तरफ लॉरेंस बिश्नोई और दूसरी तरफ बंबीहा गैंग का साथी कौशल चौधरी.
तारीख 16 जून 2023. गुरुग्राम के मानेसर का पचगांव चौक. डिस्कवरी वाइन शॉप पर दो बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. फायरिंग किसी की हत्या के लिए नहीं थी बल्कि रंगादारी मांगने के लिए खौफ का ट्रेलर था. फायरिंग से पहले ठेका मालिक कुलदीप के पास फोन आया कि, ये ठेका हमे दे दो वरना ठोंक दिए जाओगे. इसी फायरिंग के पीछे गुरुग्राम में गैंगवार की लंबी कहानी है.
कहा जाता है कि पंजाब और राजस्थान में अपना वर्चस्व कायम करने के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की नजर गुरुग्राम के शराब कारोबार पर है. सूत्र बताते हैं कि गुरुग्राम में पहले शराब के ठेकों और कारोबार पर कौशल चौधरी गैंग का कब्जा था लेकिन अब लॉरेंस ने उसके ज्यादातर ठेकों पर खुद कब्जा कर लिया है या फिर रंगदारी ले रहा है. शराब के साम्राज्य में लॉरेंस के कूदने से पुलिस की नींद उड़ गई है.
लॉरेंस बिश्नोई के पास पैसा, पावर, हथियार और विदेशी नेटवर्क वाली मजबूत गैंग है बताया जा रहा है कि गुरुग्राम में सालाना करीब 3 हजार करोड़ का शराब का कारोबार होता है. ये गैंगवार इसी कारोबार पर कब्जे के लिए है. इस कब्जे की शुरुआत हुई साल 2022 में.
तारीख 25 फरवरी 2022. जगह- गुरुग्राम में पटौदी का गांव खोड़. लोग नींद से जागे ही थे कि ताबड़तोड़ फायरिंग से पूरा गांव दहल उठा. पल भर में शराब कारोबारी दो सगे भाइयों (परमजीत ठाकरान और सुरजीत ठाकरान) को मौत के घाट उतार दिया गया. ये दोनों भाई जेल में बंद कौशल चौधरी के करीबी थे. इनका शराब का बड़ा कारोबार था. इस हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आया. वरदात को अंजाम दिलवाया लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी के खास शूटर अजय जेलदार ने.
गुरुग्राम में रंगदारी वसूलने का काम पहले लॉरेंस का खास गुर्गा काला जठेड़ी करता था. उसके जेल जाने के बाद लॉरेंस बिश्नोई की गैंग का सरगना अजय जेलदार बन गया है. कौशल गैंग ने पलटवार किया. 22 मार्च 2022 को गुरुग्राम से लगते पलवल के दीघोट में यशवीर नाम के युवक को गोली से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया. ये हत्या इसी गैंगवार का हिस्सा थी. 3 दोस्तों पर कार में सवार लोगों ने करीब 30 राउंड फायरिंग की.
गैंगस्टर कौशल चौधरी कौन है? (Who is Gangster Kaushal Chaudhary)
कौशल चौधरी गुरुग्राम के नाहरपुर रूपा गांव का रहने वाला है. वो फिलहाल पंजाब की गुरदासपुर जेल में बंद है. उसके ऊपर हत्या, हत्या की धमकी, लूट, जमीन कब्जा करने, रंगदारी मांगने और किडनैपिंग जैसे मामले दर्ज हैं. फरीदाबाद में कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी की हत्या में भी वो आरोपी है. कौशल चौधरी दुबई भाग गया था लेकिन पुलिस 2019 में उसे गिरफ्तार करके भारत लाई.
गुरुग्राम में आये दिन ऐसी वारदात अब आम हो गई है. शराब कारोबार पर कब्जे के लिए लॉरेंस बिश्नोई और कौशल चौधरी के बीच हो रही गैंगवार की आग में साइबर सिटी जल रही है. इन बदमाशों का खौफ इतना है कि पहले तो कोई ठेके का टेंडर ही नहीं भरता, अगर टेंडर ले लिया तो रंगदारी देनी पड़ती है. लेकिन कहा जाता है कि जबसे इस खेल में लॉरेंस बिश्नोई कूदा है. तब से बाकी गैंग का उगाही धंधा बंद हो गया है. यही वजह है कि गुरुग्राम में गैंगवार का दौर शुरू हो गया है.
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