Bharat Ratna 2024: नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और MS स्वामीनाथन को भारत रत्न, जानिए उनके बारे में

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Bharat Ratna 2024:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 फरवरी 2024 को घोषणा की कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. केंद्र सरकार ने इससे पहले लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की थी.

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि ‘हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव गारू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में,  नरसिम्हा राव गारू ने बड़े पैमाने पर भारत की सेवा की है. उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद सदस्य और विधान सभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए भी याद किया जाता है.

पीवी नरसिम्हा राव कौन हैं?

पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहाराव का जन्म 28 जून 1921 को हैदराबाद में हुआ था. वो 1957 से 1977 तक तत्कालीन आंध्रप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे. उसके बाद 1977 से लेकर 1998 तक वो लगातार लोकसभा सांसद चुने गये. वो आंध्र प्रदेश के अलावा ओडिशा और महाराष्ट्र से भी सांसद बने. पीवी नरसिंहा राव 1991 से 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. 30 सितंबर 1971 से 10 जनवरी 1973 तक पीवी नरसिंहा राव अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे.

वहीं पीएम मोदी ने चौधरी चरण सिंह के बारे में लिखा कि ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है. उन्होंने अपना पूरा जीवन किसानों के अधिकारों और कल्याण के लिए समर्पित कर दिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हों या देश के गृहमंत्री और विधायक के रूप में भी उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति दी.

चौधरी चरण सिंह कौन हैं?

चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1903 को उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक किसान परिवार में हुआ. महात्मा गांधी से प्रभावित चौधरी चरण सिंह ने आजादी के असहयोग आंदोलन में भी हिस्सा लिया. चौधरी चरण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. पहली बार 3 अप्रैल 1967 से 25 फरवरी 1968 तक और दूसरी बार 18 फरवरी 1970 से 1 अक्टूबर 1970 तक. चौधरी चरण सिंह 1979 से 14 जनवरी 1980 तक भारत के प्रधानमंत्री बने.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरा ट्वीट एमएस स्वामीनाथन को लेकर किया. उन्होंने लिखा कि ‘यह बहुत खुशी का विषय है कि कृषि और किसान कल्याण में देश में उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देने के लिए भारत सरकार डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है. उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि के आधुनिकीकरण की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए.

एमएस स्वामीनाथन कौन हैं?

मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन का जन्म 7 अगस्त 1925 को मद्रास में हुआ. और  28 सितंबर 2023 को उनका निधन हो गया. स्वामीनाथन  एक भारतीय कृषि वैज्ञानिक थे. वो हरित क्रांति के एक वैश्विक लीडर थे.  गेहूं और चावल की उच्च उपज वाली किस्मों को विकसित करने में उनकी शानदार भूमिका है. इसीलिए उन्हें भारत में हरित क्रांति का जनक कहा जाता है.

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